
आर्थिक सहायता
आर्थिक सहायता
आर्थिक सहायता का उद्देश्य उन व्यक्तियों और परिवारों की मदद करना है जो वित्तीय रूप से कमजोर स्थिति में हैं। यह सहायता विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदान की जाती है, जो शिक्षा, प्रशिक्षण और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होती हैं।
इंटर्नशिप के लिए आर्थिक सहायता
इंटर्नशिप के दौरान आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इस योजना के तहत, योग्य छात्रों को प्रतिमाह 5,000 रुपये की सहायता दी जाती है। यह सहायता इंटर्नशिप की अवधि समाप्ति तक या एक वर्ष तक दी जाती है, जो भी कम हो। हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि यह सहायता किसी भी स्थिति में एक वर्ष से अधिक नहीं दी जा सकती।
व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए सहायता
व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान भी आर्थिक सहायता उपलब्ध है। इस योजना के अंतर्गत, प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को भी प्रतिमाह 5,000 रुपये की सहायता दी जाती है। यह सहायता प्रशिक्षण की अवधि समाप्ति तक या दो वर्ष तक दी जाती है, जो भी कम हो। यहाँ भी, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह सहायता दो वर्ष से अधिक नहीं दी जा सकती।
शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता
NEET, JEE या CLAT जैसी प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर शासकीय या अशासकीय संस्थाओं में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए भी आर्थिक सहायता उपलब्ध है। इस योजना के तहत, छात्रों को अध्ययन अवधि के दौरान 5,000 रुपये से 8,000 रुपये तक की सहायता दी जाती है। यह सहायता पाठ्यक्रम की अवधि तक फीस नियामक आयोग द्वारा निर्धारित की जाती है।
बाल कल्याण योजना
बाल कल्याण योजनाओं के तहत, पात्र बच्चों को 4,000 रुपये प्रतिमाह की सहायता राशि दी जाती है। यह राशि बच्चे और उनके रिश्तेदार या संरक्षक के संयुक्त खाते में जमा की जाती है। यह सहायता न्यूनतम एक वर्ष तक दी जाती है।
गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों के लिए सहायता
गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों के सदस्यों को भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह सहायता मुख्य कमाऊ सदस्य के लिए होती है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सके।
निष्कर्ष
आर्थिक सहायता योजनाएं समाज के विभिन्न वर्गों को समर्थन देने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। ये योजनाएं न केवल शिक्षा और प्रशिक्षण में मदद करती हैं, बल्कि परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाने में सहायक होती हैं। इस प्रकार की सहायता से समाज में समानता और विकास की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।