
नागालैंड की राजधानी: कोहिमा
नागालैंड, भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण राज्य है, जिसकी राजधानी कोहिमा है। कोहिमा, जो कि नागालैंड की राजनीतिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र है, 1963 में भारतीय गणराज्य के 16वें राज्य के रूप में स्थापित हुआ। यह शहर न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह नागालैंड की विविध जनजातियों और उनकी सांस्कृतिक विशेषताओं का भी प्रतिनिधित्व करता है।
कोहिमा का भूगोल और जनसंख्या
कोहिमा, समुद्र तल से लगभग 1444 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, जो इसे एक सुंदर पहाड़ी क्षेत्र बनाता है। यहाँ की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, जिसमें गर्मियों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचता है और सर्दियों में यह 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। यहाँ की जनसंख्या मुख्यतः आदिवासी समुदायों से मिलकर बनी है, जिसमें विभिन्न जनजातियाँ शामिल हैं। नागालैंड में कुल 16 प्रमुख जनजातियाँ निवास करती हैं, जो अपनी विशिष्ट रीति-रिवाजों, भाषाओं और परंपराओं के लिए जानी जाती हैं।
संस्कृति और परंपरा
कोहिमा की संस्कृति में यहाँ के निवासियों की जीवनशैली, त्योहारों और परंपराओं का गहरा प्रभाव है। प्रत्येक जनजाति की अपनी विशेषताएँ हैं, जो उन्हें एक-दूसरे से अलग बनाती हैं। उदाहरण के लिए, नागालैंड का सबसे प्रसिद्ध त्योहार, 'हॉर्नबिल फेस्टिवल', हर साल दिसंबर में मनाया जाता है। यह त्योहार विभिन्न जनजातियों की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है और पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है।
आर्थिक स्थिति
नागालैंड की आर्थिक स्थिति में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। यहाँ की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, जिसमें चावल, मक्का और सब्जियों की खेती की जाती है। हालाँकि, राज्य ने पिछले कुछ दशकों में विद्रोह और अंतर-जातीय संघर्ष का सामना किया है, जिसने आर्थिक विकास को प्रभावित किया है। हिंसा और असुरक्षा के कारण, राज्य को अपने सीमित संसाधनों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में लगाना पड़ा है।
शिक्षा और भाषा
कोहिमा में शिक्षा का स्तर धीरे-धीरे सुधर रहा है। यहाँ कई विद्यालय और कॉलेज हैं, जो उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं। अंग्रेजी, नागामीज़ और हिंदी यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं। अंग्रेजी को राज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो विभिन्न जनजातियों के बीच संवाद का माध्यम बनती है।
निष्कर्ष
कोहिमा, नागालैंड की राजधानी, न केवल एक प्रशासनिक केंद्र है, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भी प्रतीक है। यहाँ की विविधता, जनजातीय संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक अद्वितीय स्थान बनाते हैं। नागालैंड की राजधानी के रूप में कोहिमा का महत्व समय के साथ बढ़ता जा रहा है, और यह राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।