
दिवाली २०२५: रोशनी का त्योहार
दिवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। २०२५ में, दिवाली १ नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन, घरों को रोशनी से सजाया जाता है, मिठाइयाँ बांटी जाती हैं, और परिवार एक साथ मिलकर खुशियाँ मनाते हैं।
दिवाली का महत्व
दिवाली का मतलब है 'दीपों की पंक्ति' और यह अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रतीक है। यह त्योहार न केवल हिंदू धर्म में, बल्कि जैन, सिख और बौद्ध धर्म में भी महत्वपूर्ण है। लोग इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं।
दिवाली के पांच दिन
दिवाली का त्योहार पांच दिनों तक चलता है, और हर दिन का अपना विशेष महत्व है:
- धनतेरस: इस दिन लोग नए बर्तन और आभूषण खरीदते हैं।
- नरक चतुर्दशी: इसे काली चौदस भी कहा जाता है। इस दिन लोग स्नान करते हैं और अपने पापों से मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
- दीपावली: मुख्य दिन, जब मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
- गोवर्धन पूजा: इस दिन भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है।
- भाई दूज: भाई-बहन के रिश्ते का उत्सव, जिसमें बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
दिवाली की तैयारी
दिवाली की तैयारी एक महीने पहले से शुरू हो जाती है। घर की सफाई, सजावट, और मिठाइयाँ बनाना, सब कुछ इस त्योहार का हिस्सा है। लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी रोशनी और दीयों से सजाते हैं। और हाँ, अगर आप सोच रहे हैं कि इस बार क्या नया बनाना है, तो मिठाइयों में कुछ नया ट्राई करने का समय आ गया है! 🍬
दिवाली का खाना
त्योहार का एक और खास पहलू है खाना। मिठाइयों से लेकर नमकीन तक, दिवाली पर खाने की कोई कमी नहीं होती। गुजिया, लड्डू, और चकली जैसे पारंपरिक व्यंजन सभी के दिलों को भाते हैं। तो, तैयार हो जाइए अपने दोस्तों और परिवार के साथ खाने की एक शानदार दावत के लिए!
निष्कर्ष
दिवाली न केवल रोशनी का त्योहार है, बल्कि यह परिवार, दोस्ती और प्यार का भी प्रतीक है। इस साल, १ नवंबर को, जब दीप जलेंगे, तो यह सुनिश्चित करें कि आपके दिल में भी प्रेम और खुशी की रोशनी हो। तो चलिए, इस दिवाली को खास बनाते हैं! 🎉


