
सलमान हैदर
परिचय
सलमान हैदर एक प्रमुख पाकिस्तानी ब्लॉगर और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं, जो बलूचिस्तान प्रांत में लोगों के गायब होने के मुद्दे पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उनकी गतिविधियाँ न केवल पाकिस्तान में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रही हैं। हाल ही में, हैदर की गुमशुदगी और फिर से लौटने की घटना ने उनके कार्यों और बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति पर चर्चा को और बढ़ा दिया है।
गुमशुदगी का मामला
सलमान हैदर को 6 जनवरी 2023 को इस्लामाबाद में आखिरी बार देखा गया था। उनके गायब होने के बाद, उनके परिवार और समर्थकों ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। लगभग बीस दिनों के बाद, हैदर अपने घर लौट आए, जिससे उनके समर्थकों में राहत की लहर दौड़ गई। उनके गायब होने के दौरान, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ ईशनिंदा के आरोप भी लगाए गए थे, जो कि उनके कार्यों के प्रति प्रतिकूल प्रतिक्रिया का संकेत देते हैं।
बलूचिस्तान में मानवाधिकार
बलूचिस्तान प्रांत में मानवाधिकारों की स्थिति हमेशा से चिंताजनक रही है। यहाँ पर कई लोग बिना किसी सूचना के गायब हो जाते हैं, और यह मुद्दा मानवाधिकार संगठनों द्वारा लगातार उठाया जाता रहा है। सलमान हैदर जैसे कार्यकर्ता इस मुद्दे को उजागर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हैदर ने बलूचिस्तान में गायब हुए लोगों के परिवारों के लिए आवाज उठाई है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए अभियान चलाया है।
पाकिस्तान-भारत संबंध
हाल ही में, भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में तनाव बढ़ा है, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के बाद। इस संदर्भ में, भारत के पूर्व विदेश सचिव सलमान हैदर ने कहा कि पाकिस्तान का भारतीय दूत को निष्कासित करना और व्यापार को समाप्त करना उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जब रिश्तों में तनाव होता है, तो संवाद का एक तरीका होता है, जो कि डाउनग्रेड करना है।
निष्कर्ष
सलमान हैदर का मामला न केवल बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति को उजागर करता है, बल्कि यह पाकिस्तान और भारत के बीच के जटिल संबंधों को भी दर्शाता है। हैदर जैसे कार्यकर्ताओं की भूमिका इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे न केवल स्थानीय मुद्दों को उठाते हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रयासरत हैं।