
तीर्थंकर प्रश्नोत्तरी
तीर्थंकर प्रश्नोत्तरी
जैन धर्म में तीर्थंकरों का बहुत बड़ा महत्व है। ये वो महान आत्माएं हैं जिन्होंने मोक्ष की प्राप्ति की और दूसरों को भी इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। अगर आप जैन धर्म के बारे में थोड़ी जानकारी रखते हैं या फिर इसे और गहराई से समझना चाहते हैं, तो ये प्रश्नोत्तरी आपके लिए एक बेहतरीन मौका है। चलिए, कुछ सवालों के जरिए अपने ज्ञान को परखते हैं! 😊
प्रश्न 1: तीर्थंकर ऋषभदेव के पिता का नाम क्या था?
उत्तर: राजा नाभिराज
प्रश्न 2: तीर्थंकर ऋषभदेव ने कितने वर्षों की तपस्या के बाद केवलज्ञान प्राप्त किया?
उत्तर: इस विषय में कोई निश्चित जानकारी नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि उन्होंने लम्बी तपस्या की थी।
प्रश्न 3: तीर्थंकरों की पत्नी को क्या कहा जाता है?
उत्तर: तीर्थंकरों की पत्नी को 'कन्या' कहा जाता है।
प्रश्न 4: क्या तीर्थंकरों के पुत्रों ने दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त किया?
उत्तर: हाँ, तीर्थंकर ऋषभदेव के 101 पुत्रों ने दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त किया।
प्रश्न 5: जैन धर्म में कितने तीर्थंकर हैं?
उत्तर: जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर माने जाते हैं।
प्रश्न 6: तीर्थंकर महावीर का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर: तीर्थंकर महावीर का जन्म वैशाली में हुआ था।
प्रश्न 7: तीर्थंकरों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: तीर्थंकरों का मुख्य उद्देश्य मोक्ष की प्राप्ति और आत्मा के उद्धार की दिशा में मार्गदर्शन करना है।
प्रश्न 8: जैन धर्म में तीर्थंकरों की पूजा कैसे की जाती है?
उत्तर: जैन धर्म में तीर्थंकरों की पूजा ध्यान, प्रार्थना और समर्पण के माध्यम से की जाती है।
प्रश्न 9: क्या तीर्थंकरों के बारे में कोई विशेष ग्रंथ हैं?
उत्तर: हाँ, जैन धर्म में 'आगम' और 'पुराण' जैसे ग्रंथों में तीर्थंकरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
प्रश्न 10: तीर्थंकरों की शिक्षाओं का क्या महत्व है?
उत्तर: तीर्थंकरों की शिक्षाएं आत्मा के विकास और अहिंसा, सत्य, और संयम के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।
तो, ये थे कुछ दिलचस्प सवाल जो आपको जैन धर्म के तीर्थंकरों के बारे में और जानने में मदद करेंगे। अगर आप इन सवालों के उत्तर जानते हैं या फिर और सवाल पूछना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट करें! 🤔